मेरा गांव (Inguri Saray - Deoria 274704) का परिचय भाग - १
भारत देश का आत्मा गांव में निवास करती है। गांव ही वास्तविक देश बनाते है जिसकी परिपाटी से हम सभी जुड़े हैं। आइये आज हम परिचय कराते हैं अपने गांव से -जिसकी भीनी खुशबू आज भी हमें रोमांचित कर देती हैं।
मेरा गांव जिसका नाम इंगुरी सराय है जिला मुख्यालय देवरिया (उत्तर प्रदेश ) से चालीस किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है। पुलिसिया सलाह के लिए हमलोग बनकटा थाना जो करीब एक हजार मीटर पर है, जाते हैं। पडोसी राज्य बिहार से भी सीमा साझा करता हैं।
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भौगौलिक स्थिति के हिसाब से हम अगर बात करें तो मेरा गांव कोअपने मुख्यालय का सबसे बड़ा गांव होने का गौरव प्राप्त है। यहाँ करीब - करीब तीन हजार लोग निवास करते हैं. हमलोगों ने अपनी सुविधा के लिए अपने गांव को तीन परिसीमन में बाँटा है - इंगुरी बाज़ार, लाला के टोला एवं महुवई।
दो प्राथमिक विद्यालय के साथ - साथ भारत सरकार डाक विभाग का कार्यालय भी है। डॉक्टर राजेंद्र बाबू डिग्री महाविद्यालय जो की गोरखपुर विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त है पांच सौ मीटर की दूरी पर ही अवस्थित है। कस्तूरबा गाँधी बालिका इंटर मीडिएट कॉलेज भी हमारे गांव से सटे है।
रेल मार्ग भी हमारे गांव को जोड़ता है - बनकटा रेलवे स्टेशन महज एक किलोमीटर पर ही है। यहाँ पैसेंजर ट्रेनें से लेकर कुछ एक्सप्रेस गाड़ियाँ भी रूकती है। मुख्य सड़क मार्गे से गांव की दूरी पांच सौ मीटर है।
सबसे ख़ास बात हमारे गांव की मिट्टी में हैं। वैसे तो अत्यधिक उर्वरक होने के चलते लगभग हर फसलें (रवी - खरीफ ) उगाई जाती है परन्तु गन्ना की खेती के लिए मशहूर है।